White कारागार में जन्म लेकर अधर्म की बेड़ियों को तोड़ कर यमुना की उफनती लहरों का स्पर्श कर मां की गोद को छोड़कर निकल पड़ा अस्तित्व बचाने को पिता की कंधों पर सवार होकर हां! मैं आया हूं जीवन का मर्म बतलाने असंख्य संघर्षों को भोगकर। ©Khushi Kandu #कृष्णजन्माष्टमी #khushikandu #khushithought #krishanjanmastmi #Sad_Status