घर कहीं घूम हो गया है आत्मा रहित शरीर हो गया है ! कंक्रीट के जाल में भोले भाले लोग फंस गए आँगन दहलीज धंस गए ! हवा खुली है ना ताजी खराब हो चुकी है काफ़ी न्यूज़ वाली रोज़ डराती ! शोर कोलाहल में शांति मिलती है म्युनिसिपल्टी के गार्डन में ! कारखानों का धुंआ दे रहा बद्दुआ डॉक्टर की जाँच से मालूम हुआ ! बेटी शादी कर के ससुराल बेटा शादी करके "अलग" 2 बेड प्लस हाल बाबूजी खांस कर परेशान माँ जी गुस्से से लाल ! मकानों के इस जंगल में इंसान क्यों भटक रहा है। आख़िर उसका घर कहाँ गुम हो गया है? #घरगुमहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #pra