रह गई अनकही जुवानिया कुछ ना कह कर भी कह गई खामोशियां ऐसी गलतियां जिसे दोहराती है तन्हाईयां दिन के उजालों में भी बस छाई है अंधियारिया कहना चाहे तो बहुत पर कह नहीं सकती इतनी बढ़ चुकी है गलत फेहमिया अब बस ख़ामोश रह कर सहनी है हर दर्द हर तन्हाईयां।। इश्क़ की कुछ कहानियाँ... #कुछकहानियाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi