#OpenPoetry मुझको तू चाहिए तेरा प्यार चाहिए एक बार नहीं सौ बार चाहिए हर साँस मैं अपनी तुझपे लुटाऊँगा दिल के लहू से तेरी माँग सजाऊँगा तेरे चेहरे पे अपनी नज़र छोड़ जाऊँगा इस तरह आशिक़ी का असर छोड़ जाऊँगा जान से भी ज्यादा चाहा है