इक आग जल रही है वो उम्र ढल रही है बदल गया हर मासूम चेहरा यहाँ नफरत में अपनों में भी अब तो बदले की भावना चल रही है वो जो साथ थे हर वक़्त हर किस्से हर लम्हे में वो भी अब बीते कल की बातों में एक छोटी सी बात बनकर चल रही है बदल जाया करता है हर इंसान जमाने में जो कहते है अपने है उनकी यारी तो परायो से चल रही है #एक_आग_सी_ज़िन्दगी_जल_रही_है