इतनी भी क्या जल्दी थी हम से हाथ छुड़ाने की? कुछ देर तो और ठहर जाओ, अभी तो हम पर और प्यार लुटाओ, आदत नहीं है हमको बिन तेरे जीने की, सामर्थ्य नही है जीवन में विष पीने की, अभी तो मेरी शुरुआत है, उन सब सपनों को पूरा करने की, जो तुमने देखे थे मेरे और अपने लिए, अभी से अपना आँचल न समेटो, कुछ तो मेरी भी सोचो, इतनी भी क्या जल्दी है, सबसे दूर जाने की!!!!! #kumkum