तय कर लिया अब हमने... न तो जायेंगे कभी उनकी गली न उनके सहर, बेवफ़ाई मिली जो उनसे, एहसाास भी है ना... कैसे वो होंगे हम पे क़हर; पहले किया करते थे उनकी हर बात पे... बड़ी तारीफ़ और बड़े फख़र, इतनी जुनूनी इश्क थी हमारी... जो लग रहे हैं आज हमें फ़ौरी ज़हर। फख़र: proud, फ़ौरी: instant Make self understand not to do further #yqdidi,#yqbaba,#yqbhai