जब तुम बूढ़ी हो जाओगी बैठोगी फिर जब अकेले कहीं नगमों को मेरे गाओगी होगी हंसी तेरे होठों में तब.. बैठ बच्चों को अपने फुर्सत से किस्से कुछ तो सुनाओगी जब तुम बूढ़ी हो जाओगी .... पं अश्वनी कुमार मिश्रा #hindisayari