जरा जिंदगी का रास्ता मै भटक क्या गया मैं लोगों के मन में खटक सा गया ऊँचाई छूने की बस ठानी थी मैंने मै अपनी मंजिल पर पहुंच भी गया और सबके मुहं पर ताला पड़ भी गया। -new chapter(Deepak) # Bolti bnd