सखी तुम्हारे लिए......... ************************ कुछ वक्त सिर्फ अपने लिए भी है निकालना मुश्किल बहुत लगता है , स्वयं पर विचारना जिंदगी तुम्हें भी तो, बस एक बार ही मिली है सोचना ज़रूर , इसे किस तरह है गुजारना। कठिनाइयां हर जीवन में आती जाती रहती हैं अगर बाधाएं ना हो तो यात्रा कहां संवरती है! एक सीधी रेखा सा जीवन विस्मरणीय होता है, संघर्षों से तप कर ही व्यक्तित्व शोधित होता है। अपने सपनों को भी थोड़ा महत्व दे सकती हो मां या पत्नी के अतिरिक्त भी कुछ हो सकती हो कुछ पोषण अपने अंतर्मन को भी दे सकती हो बिना अपराध बोध के तुम खुश हो सकती हो। मां ,पत्नी ,बहू या बेटी होने से पहले हमारा संबंध स्वयं से है। आप कितनी भी मेहनत से घर का काम और फिर ऑफिस का काम करते हैं, परिवार सम्हालते हैं, पर जब आप थोड़ा भी खुश होते हैं तो एक अपराध बोध सा रहता है। यह तो उचित नहीं है। #jayakikalamse #yqdidi #beingwomen #letslivelife