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एक राजपूत योद्धा जिसने हार कभी न मानी थी, जिसको म

एक राजपूत योद्धा जिसने हार कभी न मानी थी,
 जिसको मुग़लों की न करनी कभी ग़ुलामी थी।

अकबर की जिसने सारी अकड निकाली थी,
स्वाभिमान के रक्षक ने, मर्यादा दी अपनी कुर्बानी थी

मातृभूमि की रक्षा हेतु, युद्ध में हल्दीघाटी अपने लहू से रंग डाली थी।
हे! महाराणा, आपकी वीरगति ने, अकबर की आँख नमकर डाली थी। आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। 
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। विक्रमी संवत कैलेंडर के अनुसार यह प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है जो कि इस वर्ष 25 मई को पड़ेगी। 
स्वतंत्रता को अपने प्राणों से भी अधिक प्रिय मानने वाले महाराणा प्रताप भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि हैं। साहस व संस्कार के बल पर कैसे एक व्यक्ति बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है इसकी ज़िंदा मिसाल स्वयं महाराणा प्रताप हैं। 
#महाराणाप्रताप  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
एक राजपूत योद्धा जिसने हार कभी न मानी थी,
 जिसको मुग़लों की न करनी कभी ग़ुलामी थी।

अकबर की जिसने सारी अकड निकाली थी,
स्वाभिमान के रक्षक ने, मर्यादा दी अपनी कुर्बानी थी

मातृभूमि की रक्षा हेतु, युद्ध में हल्दीघाटी अपने लहू से रंग डाली थी।
हे! महाराणा, आपकी वीरगति ने, अकबर की आँख नमकर डाली थी। आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। 
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। विक्रमी संवत कैलेंडर के अनुसार यह प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है जो कि इस वर्ष 25 मई को पड़ेगी। 
स्वतंत्रता को अपने प्राणों से भी अधिक प्रिय मानने वाले महाराणा प्रताप भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि हैं। साहस व संस्कार के बल पर कैसे एक व्यक्ति बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकता है इसकी ज़िंदा मिसाल स्वयं महाराणा प्रताप हैं। 
#महाराणाप्रताप  #YourQuoteAndMine
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anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
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