मेरा नेह तपकर तेरा रूप पाए अमरजोत ऐसी दीपमाला जगाए रेशम-किरण में अग जग नहाए वैभव निशा ये प्रणय प्रिय जगाए दीपक की लौ से सपन दीप्ति पाए नयन नीत सौरभ श्री तुम पर लुटाए निशा बीथि में चाँद चलता ही जाए स्नेहिल हृदय श्रेय तेरा ही पाए #toyou#yqfestivity#yqlove#yqillunination