पल पल रंग बदलते रिश्तो की, जैसे सुख में सब साथ होते है, वैसे ही बहार में पत्ते शाखो पर लगे रहते है, जैसे पतझड़ आते है पडों से रिश्ता टूट जाता है, ऐसे ही दुख में भी हर अपने का साथ छुट जाता है। नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳