तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ, जिन्दगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ, मुलाक़ात हो तुझसे मेरी कुछ इस तरह, सारी उम्र बस उस एक मुलाक़ात में गुजार लूँ।।।। तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ, जिन्दगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ, मुलाक़ात हो तुझसे मेरी कुछ इस तरह, सारी उम्र बस उस एक मुलाक़ात में गुजार लूँ।।।। (#EPWexceptionaltypists)