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ये शाम# उसकी# याद दिलाती है । अंधेरों को रोशन करूं

ये शाम# उसकी# याद दिलाती है ।
अंधेरों को रोशन करूं तो# , परछाई नजर #आती है ।।
इस मंजर में मेरा# ,महबूब नजर# नहीं आता।
 पर जब सामने #आती है तो , नजरें चुराती है #

©Romiyo
  नजरें महबूब की 💞
rohitkewat6902

Romiyo

New Creator

नजरें महबूब की 💞 #Shayari #आती

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