फिर ये दिल क्यों आवारा है, पहुँचा दो इसे उन मेघ सीमाओं तक कि जीत जाए उसे भी जो भी इसने हारा है। 44/365 सुप्रभात। इस दुनिया में कोई ऐसा मक़ाम नहीं जिसे इंसान हासिल न कर सके। ज़रूरत है तो हौसले और विश्वास की। #आसमाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi