#उसने_कहा_था "किसी मुहब्बत की गली के किनारे दिल की दुकान पर मैं मिलूंगा तुझे, पूछुंगा परिचय तेरा, जानूँगा तुझको, बताऊंगा अपने बारे में भी ज़रा सा, पर हाँ! दो तीन दफ़े मिल ने के बाद, जब मैं पूछुं तुझसे तेरी कुड़माई का तो तू मुझ को फिर से कह देना धत्, शर्मा जाना, चाहे तो गालियाँ दे देना, लेकिन हाँ! कभी भी तू दिखाना मत, मुझको वो रेशम से कढ़ा हुआ सालू।" #चारण_गोविन्द #उसने_कहा_था #चन्द्रधर_शर्मा_गुलेरी #govindkesher #चारण_गोविन्द