दम तोड़ते ज़ज़्बात में प्राण फूँक देना चाहती हूँ। जो एहसास निहाँ हैं दिल में कूक देना चाहती हूँ। जितने अधिक पढ़े संवेदनायें खोते चले गए हम! मैं टूटते रिश्तों को फिर से जोड़ देना चाहती हूँ। बिखरते परिवार देख कर रूह काँप जाती है। दहेज लेने की मानसिकता तोड़ देना चाहती हूँ। जो अब तक जल चुकीं हैं बेटियाँ बहु बन कर! मैं अब हत्यारों की कड़ी छोड़ देना चाहती हूँ। कब तक सताओगे यूँ ओ सितमगर पुरुषवाद। एकल नारी की वेदना को मोड़ देना चाहती हूँ। नारीवाद जंग हैं जंगली होते पुरुष के साथ! मैं इन दोनों के भटकाव रोक देना चाहती हूँ। #पाठकपुराण के साथ शुभ संध्या साथियो। #yqdidi #yqhindi #निहाँ - छुपा हुआ #collabwithकोराकाग़ज़ 😊🙏😊 Modern stupidity -- जब प्यार के लिए प्यार करते है, और इसी प्यार से शादी के लिए दहेज लेते है. We are modern stupids.