मुझे तुम ही तुम नज़र आते हो हर ओर, आज भी थामे रखी है हमने तुम्हारी प्रीत की डोर। सोचकर तुम्हे दिल में जज़्बातों इक तूफ़ान सा उठता है हमारे, तुम्हारी यादों का मचा रहता है वहाँ शोर। #विशेषप्रतियोगिता #rzलेखकसमूह #collabwithrestzone #restzone #rztask204 #लेखनसंगी #YourQuoteAndMine Collaborating with Nivedita Nonhare