मिलते थे पहले जिस तरह वो अब मिला करते नही हर बार मिलते थे गले अब देखते तक नजरो से न कभी देते थे जी भर के दुआ अब करते न परवाह कोई मिल भी जाए गर डगर मे तो पहले वाली बात नही ऐसी कौन सी चीज़ें हैं, ऐसे कौन से लोग हैं, ऐसी कौन से जगहें हैं जिन में वो पहले वाली बात नहीं। हल्की फुल्की आलोचना से सुधार की गुंजाइश बढ़ जाती है। Collab करें YQ Didi के साथ। #पहलेवालीबातनहीं #yqdidi #yqbaba #collab #YourQuoteAndMine