मेरे अँगने में गौरैया अब कम नजर आती है वह फुदकती गौरैया,चहल कदमी करती हुई उसका घोंसला,उसका घर और खाना सब तो उजाड़ चुके हम, क्या अब भी रहेगी वो.....?? धीरे-धीरे सारे पक्षी पशु विलुप्त हो जाएंगे..... #विश्वगौरैयादिवस #गढ़वाली #अनाम #mythoughts