#जिंदगी, चाय और तुम तुम मेरे लिए बिल्कुल चाय के जैसी हो एकदम जो तरो ताजा कर दे हर घूंट के साथ तुम्हारा नशा और बढ़ता जाता है आहिस्ता आहिस्ता लबों से दिल तक उतर जाती हो तुम्हें, मैं हौले हौले इसलिए भी पीता हूँ ताकि हमारा साथ बना रहे अक्सर इसके चलते ठंडी हो जाती हो तुम्हारा आखिरी घूंट मजा तो देता है पर चेहरे पर एक मायूसी छोड जाता है... ✍️Deepak Kumar 'Deep' ©Deepak Kumar # जिंदगी,चाय और तुम