सुबह - सवेरे खुद ही से मुस्कुरा देना पक्षियों का कलरव, एक गरमा- गरम चाय, एक मनभावन गीत, अपनों की स्नेह पगी मुस्कान खिलखिलाते बच्चों का कोलाहल बचपन के मीठे किस्से हर काम समय पर हो जाना, पूरे दिन का शांति से बीत जाना न किसी से ईर्ष्या, न किसी से द्वेष इत्ती सी वजह होती है मेरी ढेर सारी खुशी के लिए, जो तमाम दिन को खुश गवार बना देती है!! #इत्ती सी वजह #26. 03.20