पर्दों के पिछे,जो रंगीनियत में खोए हो, दिन के बिखरे उजालो में,अभी तक,तुम सोये हो, तो ओझल हो जाएंगी,दिल से मिलती जो तार है; फिर कहते फिरोगे कहा मिलता ये प्यार हैं। पर्दों के पिछे,जो रंगीनियत में खोए हो दिन के बिखरे उजालो में,अभी तक,तुम सोये हो तो ओझल हो जाएंगी,दिल से मिलती जो तार है फिर कहते फिरोगे कहा मिलता ये प्यार हैं। ©Pratik Rajput #pyaar #ishq #muhabbt #pratikrajput #logoutpratik #yqdidi #dil #dilkibaat #kalamazoo #kalamkari #instawriters #insta #writersofinstagram #writer #pen #teripyaripyaridoaakhiya