खो ही चुके होते हम भटकती इन वादियों में ये वादियाँ हैं भारी खालीपन के रेतों से ये वादियाँ हैं गुमनाम जगलों और जंगलियों से ये वादियाँ हैं अंधेरी गुफ़ाओं में बंद ये वादियाँ हैं ठंडी बेताबी के जैसे ये वादियाँ हैं गुम मेरे शोरों-शराबों से ये वादियाँ हैं दिखने में सुंदर पर आने से तेरे है ये सुहाना मंज़र तुम जो नहीं मिलते..... तुम जो नहीं मिलते... #तुमनहींमिलते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi