हम अपने इख़्तियार की हद से गुजर गए चाहा तुम्हें तो प्यार की हद से गुजर गए जागी है अपने दिल में गुलाबों की आरज़ू जब मौसम-ए-बहार की हद से गुजर गए ©Rajesh #mobhat #ChildrensDay