तुम ज्ञानवान मैं मूर्ख चपाट प्रिये!सब किश्मत का खेल है, तूने अभी मुझे छोड़ा है, वक़्त आने दो कोई तुम्हे भी छोड़ेगा। तुम ज्ञानवान।