तेरे मुताबिक... अब तलक सब किया आधा-अधूरा जो भी था सब को मन से स्वीकार किया पर अब... तेरे मुताबिक जीना नहीं जिंदगी को सज़ा मानना नहीं मन को उड़ान देकर आसमाँ की ऊँचाईयों को चुटकियों में नाप देना है मुझे....!!! तेरे मुताबिक़ तो नहीं हो सकती ये दुनिया। #तेरेमुताबिक़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi