तुम्हारी जिस्म की खूशबु आज इस कदर आ रही है। तेरी जो भी हसरतें हैं हमसे मेरी रूह में शमा रही है। बेहक जाता हूं कभी कभी अपकी प्यारी सी सूरत देखकर। यूं नज़रे मिलाकर झुकाया ना करो आप तो मेरे दिल में शमाती जा रहीं हैं बहकना🙂