सांस है जब तलक,ना रुकेंगे कदम, चल पड़े हैं तो मंजिल को पा जायेंगे, जान प्यारी नहीं है वतन से हमें, मरते मरते सभी को बता जाएंगे, ऐ वतन..ऐ वतन..ऐ वतन..ऐ वतन.. ©arvind dewangan #RepublicDay