हो सफ़र में तो फिर हमसफ़र को चुनो। नित नए स्वप्न अपने नयन में बुनो।। है अधर तो विवश कह सकेंगे न सके। प्रेम के मौन को सुन सको तो सुनो।। ©priya khushbu #ValentinesDayमौन