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जब निकलती थी तुम घर से तेरे कदमों की आहट से तेरी

जब निकलती थी तुम घर से
तेरे कदमों की आहट से 
तेरी गलियाँ मुस्कुराती थी 
हम देर से समझ पाए वो मुस्कान 
शायद वो तुझे देखने
इशारे से हमें ही बुलाती थी। #Love, #lovepoetry, #terigaliyan, #teriyaad, #ishq, #izhaar
जब निकलती थी तुम घर से
तेरे कदमों की आहट से 
तेरी गलियाँ मुस्कुराती थी 
हम देर से समझ पाए वो मुस्कान 
शायद वो तुझे देखने
इशारे से हमें ही बुलाती थी। #Love, #lovepoetry, #terigaliyan, #teriyaad, #ishq, #izhaar