शाम को धरती को छूने की ख्वाहिश थी मेरे साथ बीती वो अमावस्या की काली रात थी ! रस्ते पर एक धुंधली परछाई मेरे पीछे थी डरावनी चिखतीं वो अमावस्या की काली रात थी! सन्नाटे के माहौल में उसके कंगन की आवाज थी अतृत्प उसकी रूह और वो अमावस्या की काली रात थी ! विकराल उसकी आंखें हत्यारों को ढूंढ रही थी खौफनाक क्रोध उसका और वो अमावस्या की काली रात थी! ©VAniya writer * #Amvasya #horrer #amvasyakikaliraat #Amvas #scared #horrerstories keep writing ✍️ Nimble Limner (Jasmine Sun) Sujata jha Mohit Singh Bisht Rk sayari Kishormehra Istekar Ali