क्यों चैन नहीं मिलता दिल को क्यों तेरी झलक नहीं मिलती नज़रों को मिलती हूँ रोज़ ही तुझसे फिर क्यूँ लगता मिली नहीं बरसों से तू कहता है मेरा है तू फिर क्यूँ लगता है कि झूठ बोलता है तू मीठा-मीठा बोलता है तू फिर क्यूँ लगता है कसैला-सा तू प्रेम करता है मुझसे तू फिर क्यूँ लगता है किसी और का प्रेमी तू...😊 ढूँढने से भी नहीं मिलता आख़िर क्यों नहीं मिलता चैन दिल को। #चैननहींमिलता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi