बस इतना मुक्कमल हो जाए प्यार अपना, हर इन्तेहा बन जाए कहानी, मिसाल भले ही न दें कोई, महफूज़ रहे दोस्ती हमारी।। तुम्हें सौंपते हैं हम अपनी ये 'ज़िन्दगानी' तुम्हीं से सुरू, तुम्हीं पे ख़तम हर कहानी। ख़्वाहिश है मुख्तसर सी,कम न हो कभी, हमारे इश्क़ की रक़्स-ओ-रंग-ओ-रवानी। © Sasmita Nayak #rztask92 #rzलेखकसमूह #collabwithrestzone #yqdidi #mitalovequotes #rzpicprompt2297