तारों में अकेला चाँद जगमगाता है मुश्किलों में अकेला इंसान ही डगमगाता है काँटों से मत घबराना मेरे दोस्त क्योंकि काँटों में ही एक गुलाब मुस्कुराता है ©Shyam Sundar #shyari #phool