भूल जाऊँ पल भर जी चाहता है छू लूँ आसमां रंगों संग करूँ अठखेलियाँ मुठ्ठी में कैद कर लूँ चाँद सितारे फिर से गुनगुनाऊँ हवा के संग... डॉ ज्योत्स्ना सिंह 6-5-21 ©Dr jyotsna singh Rajawat #Hastagpoetry A new journeywith GovindCharnjeetSingh //sweta_dankhara_11//