मत फेको साहब इस अनाज को बहुत, से इन्सान पड़े है। फूटपाथ पर जरा, उनकी जगह रह कर सोचिए, क्या हस्र होता होगा जब दो बक्त का रोटी मुहताज ना हो तो।। feeling sad for poor people....