अतिथि को भगवान का स्वरूप मानकर उसकी सेवा करते हुए अपने प्राणो की आहुति देने मे भी संकोच नहीं करना चाहिए! उसकी सेवा करने से बहुत बड़ा आशीर्वाद मिलता है ©gaurav mishra लाइफ मोटिवेशन. #paper