क्यूँ समझ नही पाते हैं हम ये नीद जो अपनी गायब है साधारण सी ये बात है या किसी बड़े खतरे की आहट है ये दिल जो धीरे धड़क रहा कुछ अनजानी सी चाहत है चल पड़ा डगर ना जाने है बस तीखी सी छटपटाहट है ना जाने ये क्या चाहे है दिन भर करता पंचायत है एक पल में बदलता रंग अपना देखे जो तेरी मुस्कुराहट है लगता है दिल हम हार गए मुस्कान पे सब कुछ वार गए आँखों की कयामत में तेरी जैसे डूबे मझधार गए बस चाह किनारे की है अब गीले हुए है तेरे प्यार में लगता है अब सारी खुशियाँ मिल गयी हैं इस संसार मे। #nojoto #love