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दिल लगी जब भी , किसी अनजान से होती है। कुछ पल उसे

दिल लगी जब भी ,
किसी अनजान से होती है।
कुछ पल उसे समझना ,
और परखना भी होता है ।।
ख्वाहिश तो बहुत है ,
दिलों की मगर ।
कुछ भी मिल जाए तो ,
रिश्ता बनाना पड़ता है।।
रिश्ते की अहमियत ,
तो उनसे सीखो।
उसका इस जहां में,
उसके सिवा कोई नहीं।
अगर उसे कुछ हो भी जाए तो,
उसको उठाने वाला कोई नहीं।।
इस जहां में तुम्हारे सिवा,
उसका कोई सहारा ही नहीं।। दिल लगी जब भी ,
किसी अनजान से होती है।
कुछ पल उसे समझना ,
और परखना भी होता है ।।
ख्वाहिश तो बहुत है ,
दिलों की मगर ।
कुछ भी मिल जाए तो ,
रिश्ता बनाना पड़ता है।।
दिल लगी जब भी ,
किसी अनजान से होती है।
कुछ पल उसे समझना ,
और परखना भी होता है ।।
ख्वाहिश तो बहुत है ,
दिलों की मगर ।
कुछ भी मिल जाए तो ,
रिश्ता बनाना पड़ता है।।
रिश्ते की अहमियत ,
तो उनसे सीखो।
उसका इस जहां में,
उसके सिवा कोई नहीं।
अगर उसे कुछ हो भी जाए तो,
उसको उठाने वाला कोई नहीं।।
इस जहां में तुम्हारे सिवा,
उसका कोई सहारा ही नहीं।। दिल लगी जब भी ,
किसी अनजान से होती है।
कुछ पल उसे समझना ,
और परखना भी होता है ।।
ख्वाहिश तो बहुत है ,
दिलों की मगर ।
कुछ भी मिल जाए तो ,
रिश्ता बनाना पड़ता है।।

दिल लगी जब भी , किसी अनजान से होती है। कुछ पल उसे समझना , और परखना भी होता है ।। ख्वाहिश तो बहुत है , दिलों की मगर । कुछ भी मिल जाए तो , रिश्ता बनाना पड़ता है।। #रिश्ते_की_अहमियत #जहाँ_मोहब्बत_होती_हैं