जो रिश्तें टूट गए हैं उन्हें जोड़ा जा सकता हैं.. बशर्तें दरारों को साथ लिए...पर वो दरारें भरी भी जा सकती हैं...वक्त को साथ लिए.... पर जो रिश्तें टूट के बिखर के खो चुके है न... उन्हें कभी जोड़ा नहीं जा सकता... बिखरे हुए टुकड़ों को केवल और केवल संभला जा सकता हैं.. जोड़ा नहीं क्योंकि कुछ टुकड़े टूटकर उसके खो चुके हैं... और बिखरे टुकड़े को जोड़ने के लिए खोए टुकड़ों का होना जरूरी होता हैं। इसलिए बिखरे हुए को जोड़ा नहीं जा सकता। उसे बिखरने से पहले भी जोड़ा जा सकता था.... पर बिखरने के बाद केवल उन टुकड़ों को यादों में संभाला जा सकता हैं। इसलिए टूटने से पहले उसे जोड़ लो और खोने से पहले ही उन बिखरे टुकड़ों को संभाल लो। #kaid ek awaz.... ©Nishu Maurya.....(Arjnii) #rishtein #kaidEkAwaz #vacation