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अरसा बीत गया है सोचा; कुछ तुमको याद करा दूँ; बरसों

अरसा बीत गया है सोचा;
कुछ तुमको याद करा दूँ;
बरसों से अनछुई रही किताब के;
कुछ पन्ने पलटा दूँ;
नवम्बर की वो गुनगुनी दोपहरी;
मैं छाँव में बैठा;
तुम धूप में ठहरी;
बस, बरबस ही देखा था तुमको;
साईकिल की टेक लगाए;
हथेलियों की छाँव बनाए;
तुम दूर खड़ी थी;
पहली दफा, जब देखा था तुमको;
ये वही घड़ी थी;
कुछ मन ही मन सोचा था मैंने;
वो याद है तुमको..... #पहली_दफा@LOVEGRAPHY-1
अरसा बीत गया है सोचा;
कुछ तुमको याद करा दूँ;
बरसों से अनछुई रही किताब के;
कुछ पन्ने पलटा दूँ;
नवम्बर की वो गुनगुनी दोपहरी;
मैं छाँव में बैठा;
तुम धूप में ठहरी;
बस, बरबस ही देखा था तुमको;
साईकिल की टेक लगाए;
हथेलियों की छाँव बनाए;
तुम दूर खड़ी थी;
पहली दफा, जब देखा था तुमको;
ये वही घड़ी थी;
कुछ मन ही मन सोचा था मैंने;
वो याद है तुमको..... #पहली_दफा@LOVEGRAPHY-1
gautamanand4109

Gautam_Anand

Bronze Star
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