राहे गुज़र इस शहर की तुमसे ही आबाद है रूहे तबियत वक़्त की समझो ज़रा नासाज़ है लग रहा है कोई तो है जो बहुत नाराज़ है अहले दानिश की सुनो कोई तो इसमें राज़ है सब्र थोड़ा तो रखो बस कुछ दिनों की बात है देखो बिगड़ते जा रहें नज़ीर ख़ुद हालात हैं शियासत नहीं रंजिश नहीं एके की आवाज़ हो आवाज़ दो तुम भी कहो इंसानियत के साथ हो #toyou #yqfightingtogether #yqhumanity #yqunity #yqlove #yqpatience #yqamidstthepandemic