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स्त्री खुद को फुलो -सा- नाजुक समझती हैं तभी किसी

स्त्री खुद को फुलो -सा- नाजुक समझती हैं 
तभी किसी के भी पैरों के निचे कुचला  जाती हैं
जिस दिन 
वो स्वयं को अंगारे समझेगी 
किसी की हिम्मत नहीं होगी पैर रखने की|

©ratna dubey
  #ShiningInDark