हवा भी जो तेरे मेरे दरमियां आई तो बीच हमारे फासले हूए तेरे मेरे ख्वाब जो अलग दिखे तो बीच हमारे फासले हूए तेरे दर्द पर आँसू मेरे न गीरे तो बीच हमारे फासले हूए तेरी डाली पर फूल मेरे नाम का न आया तो बीच हमारे फासले हूए मेरी सूखी जमी पर तू बारीश की तरह न बरसी तो बीच हमारे फासले हूए तू ने की मूझ से एक रात की दोस्ती तू अगर वो रात ही भूला दे तो बीच हमारे फासले हूए खुशियों मे न सही पर गम मे भी तू मूझे याद न करे तो बीच हमारे फासले हूए हव के साथ तू मेरी खूशबू को भी महसूस न करे तो बीच हमारे फासले हूए । chandny ©Sangeeta Verma #faasle