आखरी हद आजमाने को दिल तो चाहता है मुस्कुराने को सबसे जुदा हुए तेरे खातिर रोये भी बहुत तुझे पाने को रो रो कर कट रही है जिंदगी मेरी हम तो हँसते रहे बस दिखाने को एक एक करके टूट गए सब सपने हम तो ज़िंदा है बस मर जाने को अब सफर मे ही कट जाएगी ज़िन्दगी "आबिद" हमसफर नही है कोई अब तेरा साथ निभाने को.. ©Ayankhan akhri had aajmane ko dil to chahta hai muskuraane ko