जबसे उन्होंने बेवजह हमसे लड़ना छोड़ दिया। इश्क़ के गलियारे से हमने गुज़रना छोड़ दिया। शायद वो भूल गए है हमसे अपनी नजदीकियाँ। अब उन्होंने हमारी आँखों को पढ़ना छोड़ दिया। कभी छोटी-छोटी बातों में वो हमसे रूठ जाते थे। अब हक़ीकत में उन्होंने हमसे झगड़ना छोड़ दिया। कभी करते थे वो हमसे अपने दिल की सारी बातें। आजकल उन्होंने ही हमसे, बातें करना छोड़ दिया। बेवजह ही परेशानी का सबब बन था ये इश्क़ भी। आजकल हमने ही अब इश्क़ करना छोड़ दिया। ♥️ Challenge-599 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।