सकारात्मक सोच नरम ही रहना सदा कठोर इंसान मत बन जाना तुम्हारी सादगी से ही हम सब पहचानते हैं तुम्हें क्रूर हैवान या शैतान मत बन जाना यूं तो लगती है कीमत आजकल दिल के बाजार में कई अगर मजबूत रखते हो प्यार का इरादा तुम बिकने वाला सामान मत बन जाना ©कुमार रंजीत #WorldThinkingDay