कुछ खोए खत आज फिर हाथ लाग गये और मोनो जिंदगी का पिटारा खुल गया। खुशीयां किसीं कोने से झांक राही थी, तो कही गम का फसना लिखा था। वही ऊस पिटारे मे एक कोना ऐसा भी था जहाँ जिंदगी से हमने बहोत कुछ सीखा था। मुष्कीलों से लडकर खुदपे भरोसा करना सीखा था छोटी छोटी बातों मे खुशीयां देखना सीखा था। ऊन खतों के बीच एक और चीज मिली बाहें फैलाय मुसकूरते हुए हमसे हुमारी जिंदगी मिली। #kuchkhoyekhat #samirpalav